कर्व फाइनेंस के संस्थापक माइकल एगोरोव का मानना है कि 2025 के दौरान विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) क्षेत्र में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, खासकर विशेष विकेंद्रीकृत एक्सचेंज (DEX) और स्थिरकॉइन (Stablecoins) के माध्यम से। वे इस बात पर जोर देते हैं कि डीफाई इकोसिस्टम की विशिष्ट चुनौतियों को हल करने के लिए नए प्लेटफॉर्म उभर रहे हैं।
विदेशी मुद्रा समस्याओं के लिए विशेष DEX
एगोरोव उन DEX की आवश्यकता को रेखांकित करते हैं जो यूरो और अमेरिकी डॉलर जैसी विभिन्न फिएट मुद्राओं से जुड़े स्थिरकॉइनों के बीच कुशल विनिमय की सुविधा प्रदान कर सकें। उनका कहना है कि वर्तमान समाधान अपर्याप्त हैं और बिना वित्तीय नुकसान के तरलता प्रदान करने वाले प्लेटफार्मों का विकास अब भी एक अनसुलझा प्रश्न बना हुआ है।
स्थिरकॉइन बाजार का विस्तार
कर्व फाइनेंस के संस्थापक भविष्यवाणी करते हैं कि जैसे-जैसे वित्तीय संस्थान और ब्लॉकचेन डेवलपर नई वैकल्पिक मुद्राएं पेश करेंगे, स्थिरकॉइन की संख्या में वृद्धि होगी, चाहे वे केंद्रीकृत हों या विकेंद्रीकृत। इस विस्तार से डीफाई क्षेत्र में संपत्तियों की स्थिरता और विविधता को बढ़ावा मिलेगा।
नियामक ढांचा और संस्थागत निवेशकों की रुचि
एगोरोव इस बात पर जोर देते हैं कि डीफाई नवाचारों के साथ नियामक ढांचे को भी विकसित होना चाहिए, क्योंकि मौजूदा वित्तीय नियम 20वीं सदी की पारंपरिक प्रणालियों पर आधारित हैं। इसके अलावा, कॉइनबेस और EY-Parthenon की एक रिपोर्ट बताती है कि 83% संस्थागत निवेशक 2025 में अपनी क्रिप्टो संपत्तियों का विस्तार करने की योजना बना रहे हैं, जो इस क्षेत्र में संस्थागत रुचि में वृद्धि को दर्शाता है।
इन परिवर्तनों से संकेत मिलता है कि डीफाई का भविष्य उज्ज्वल है, जिसमें विशेष DEX और विस्तारित स्थिरकॉइन बाजार पारिस्थितिकी तंत्र की वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।